HomeNEW UPDATEShibu Soren : Jharkhand ke purv mukhymantri  ka nidhan

Shibu Soren : Jharkhand ke purv mukhymantri  ka nidhan

परिचय(introduction)

Shibu Soren एक भारतीय राजनीतिक थे|साथ ही राज्यसभा के सदस्य भी रह चुके थे|इन्होंने बहुत लंबे समय तक झारखंड का प्रतिनिधित्व किया| साथ ही झारखंड मुक्ति मोर्चा के महान नेताओं में से एक थे|इनकी सबसे बड़ी विशेषता,उन्होंने पहले,तीसरी झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया|

shibu soren

झारखंड के पूर्व CM Shibu Soren का निधन

शिबू सोरेन ने ली अंतिम सांस,लंबे समय से थे बीमार|किडनी की समस्या से जूझ रहे थे पूर्व सीएम शिबू सोरेन|

81 वर्ष की आयु में आज झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन जी का निधन हो गया|

दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में ली अंतिम सांस,डेढ़ महीने से चल रहा था इनका इलाज|

देश विदेश में शोक की लहर

5 अगस्त 2025 दिन मंगलवार को पंचतत्व में विलीन हो गए दिशुम गुरु शिबू सोरेन| पूरे राज्य में राजकीय सम्मान एवं आदिवासी परंपरा के अनुसार किया गया उनका अंतिम संस्कार| झारखंड के मुख्यमंत्री एवं उनके बड़े बेटे हेमंत सोरेन में चिता की दी मुख अग्नि |इस दिन झारखंड के कई बड़े दिग्गज एवं बड़े से बड़े नेता अंतिम संस्कार में उपस्थित रहे |कांग्रेस के नेता राहुल गांधी के अलावा भी कई बड़े नेता अंतिम संस्कार में शामिल हुए|सभी नेनाम आंखों से दी विदाई| कांग्रेस के नेता राहुल गांधी के अलावा मल्लिकार्जुन खड़गे भी रांची पहुंचे थे|

Shibu Soren:जीवन परिचय

इनका जन्म 11 जनवरी 1944 ई में हजारीबाग में हुआ था|इनका जीवन काल 11 जनवरी 1944 से 4 अगस्त 2025 तक रहा|उनके बच्चे में सबसे पहले नंबर पर हेमंत सोरेन,दुर्गा सोरेन,बसंत सोरेन एवं अंजनी सोरेन हैं|इनकी पत्नी का नाम रूपी सोरेन था |इनका विवाह 1962ई में हुआ था|

पारिवारिक पृष्ठभूमि

Shibu Soren जी का जन्म उसे समय के तत्कालीन बिहार राज्य,रामगढ़ जिले के नेमरा नामक गांव में हुआ था|उनका संबंध संथाल जाति से है|इनकी प्रारंभिक शिक्षा की बात की जाए तो इन्होंने गांव में ही रहकर पुरी की|इनकी स्कूली शिक्षा के दौरान ही इनके पिता की हत्या हो गई थी|

 Shibu Soren जी का राजनीतिक सफर

शिबू सोरेन बचपन से ही बहुत ही जुझारू किस्म के इंसान रहे हैं|

18 वर्ष की उम्र में ही इन्होंने संथाल नवयुवक संघ का निर्माण किया|इसके साथ ही 1972 में बंगाली मार्क्सवादीट्रेड यूनियन नेता एके राय कुर्मी महतो नेता विनोद बिहारी महतो और संथाल परगना के नेता शिबू सोरेन ने मिलकर झारखंड मुक्ति मोर्चा का निर्माण किया|उनके कार्यों को देखते हुए इन्हें झारखंड मुक्ति मोर्चा का महासचिव बनाया गया| सोरेन जी के जबरदस्त एवं त्वरित न्याय के लिए जाना जाने लगा|

केंद्रीय मंत्री एवं पहली लोकसभा के रूप में

इनका पहली लोकसभा चुनाव 1977 को था|जिसमें वह हार गए|

इन्होंने पहली बार 1980 में दुमका लोकसभा सीट से चुनाव लड़े थे|

जिनमें वह हार गए थे|क्योंकि उनके खिलाफ वारंट जारी किया गया था|

परंतु बाद में इन्होंने 1989,1991 एवं 1996 के लिए भी लोकसभा के लिए चुने गए|

सबसे मुख्य बात 2002 में इन्हें राज्यसभा सीट के लिए भी चुना गया|

साथ ही इसी वर्ष दुमका लोकसभा सीट से उपचुनाव जीते और राज्यसभा सीट से इस्तीफा भी दिया|

परंतु 2004 में इन्हें फिर से चुना गया|

विवाद एवं उपलब्धियां

जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे|

उसे समय शिबू जी कोयला मंत्री बने,परंतु पुराने चिरुड़ी मामले में उनके नाम पर गिरफ्तारी का वारंट जारी किया गया था|

जिसकी वजह से इन्हें इस्तीफा दिया गया|

जिसमें से वे 69 आरोपियों में से एक रहे|

जो एक पुराना मामला था,जिसमें 23 जनवरी 1975 को एक आदिवासियों एवं मुसलमान की झड़प में 10 लोगों की जान चली गई थी|

इनकी खास उपलब्धियां की बात की जाए तो 2 मार्च 2005 में इनके द्वारा राजनीतिक सौदेबाजी एवं लेनदेन की वजह के बाद इन्हें झारखंड के राज्यपाल द्वारा झारखंड राज्य में सरकार बनने के लिए आमंत्रित किया गया|

परंतु उनके द्वारा 11 मार्च को विधानसभा में विश्वास मत प्राप्त करने में विफल होने की वजह से 9 दिन के बाद ही 11 मार्च को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा|

Shibu Soren जनजातीय समाज के लिए योगदान

इनके द्वारा आदिवासी अधिकारों के लिए आंदोलन

झारखंड मुक्ति मोर्चा के गठन के बाद इन्हें झारखंड मुक्ति मोर्चा का महासचिव बनाया गया|

सबसे खास बात झारखंड मुक्ति मोर्चा ने जनजातीय भूमि को वापस पाने के लिए विभिन्न प्रकार के आंदोलन करने शुरू किया|

जिसे अलग कर दिया गया था|इन्होंने जबरदस्त खेतों से फसलों को काटना शुरु कर दिया था|

इनके द्वारा जमींदारों एवं सूदखोरों के खिलाफ जबरदस्त न्याय के लिए जाना जाता था|

कभी-कभार शिबू जी अपने अदालत लगाकर त्वरित न्याय करते थे|

इनके द्वारा एक अभियान चलाया गया जिसमें इन्होंने 23 जनवरी 1975 को बाहरी लोगों या गैर आदिवासी लोगों को भगाने के लिए विशेष अभियान चलाया |

इस अभियान की वजह से सोरेन पर विभिन्न अपराधों का आरोप लगे थे|

इन्हीं अपराधों के कानूनी कार्रवाई के बाद सोरेन जी को 6 मार्च 2008 को रिहा कर दिया गया|

Shibu Soren ने ली लंबी बीमारी के बाद अंतिम सांस

81 वर्ष की आयु में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन का आज दिनांक4 अगस्त 2025 दिन सोमवार को निधन हो गया| इन्हें दिल्ली के सर गंगा अस्पताल में किडनी के इलाज के लिए रखा गया था|साथ ही किडनी का इलाज के दौरान ही इनका निधन हो गया|

उनके निधन की खबर मिलते ही पूरे राज्य में शोक की लहर

इनका पूरे राजकीय सम्मान के साथ एवं आदिवासी परंपरा के अनुसार अंतिम संस्कार किया गया|झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन एवं बड़े बेटे ने दी मुखाग्नि|

उनके परिवार में कौन-कौन हैं?

शिबू सोरेन जी के परिवार में उनके पुत्र एवं झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन,दुर्गा सोरेन बसंत सोरेन एवं अंजनी सोरेन हैं|

झारखंड के व्याप्त शोक संदेश एवं नेताओं व जनता की प्रतिक्रियाएं

जैसे कि राज्य वीडियो को उनके निधन की खबर मिली पूरा झारखंड में शोक की लहर छा गई|

सभी नेता मंत्रियों में इनकी निधन की खबर फैल गई|

भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी एवं भारत के राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी ने इन्हें दिल्ली में अंतिम विदाई दी|

जैसे ही झारखंड वासियों को खबर मिली किउन्हें झारखंड की धरती पर लाया गया चारों ओर

उनके शोकाकुल  के लिए सन्नाटा पसर गया|

उनके पैतृक गांव में लाखों की भीड़ जमा हो गई|पूरे राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी गई|

मीडिया और सोशल मीडिया प्रतिक्रिया

आज सोशल मीडिया के तमाम प्लेटफार्म पर पूर्व मुख्यमंत्री दिशुम गुरु शिबू सोरेन का राजकीय सम्मान के साथ मंगलवार को उनके खुद के पैतृक निवास नेमरा गांव में पंचतत्व मे विलिन हो गए|

आज सभी सोशल मीडिया X Handle,facebook एवं

देश के तमाम News Channels  में यही समाचार दिखाया जा रहा है|

देश के कई बड़े नेता सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि एवं उनकी आत्मा की शांति के लिए दुआएं दे रहे हैं|

बहुत सारे लोग उनके कार्य एवं उपलब्धियां के जिक्र को याद कर रहे हैं|

और उनके आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर रहे हैं|सभी के द्वारा इनके लिए श्रद्धांजलि अर्पित किया जा रहा है|

लोगों का प्रेम उनकी अंतिम यात्रा की भीड़ को देखने पर ही पता चल रही थी|

लोगों की भीड़ में गुरुजी की अंतिम दर्शन पाने के लिए लोग उमड़ रहे थे|

पूरे झारखंड के कोने-कोने से लोगों का हूजूम आया हुआ था|

निष्कर्ष(Conclusion )

शिबू सोरेन को मिले,भारत रत्न की रखी गई मांग|

झारखंड के मंत्री इरफान अंसारी द्वारा राष्ट्रपति से विशेष मांग में कहा गया कि

शिबू सोरेन को भारत रत्न देने की मांग रखी गई है|

इन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहां की,

वे राष्ट्रपति से मांग रखेंगे कीउनके कार्यों एवं उपलब्धियां को देखते हुए

राष्ट्रपति से उनके लिए भारत रत्न से सम्मानित किया जाए|

क्योंकि उनके कार्यों को  नजर रखते हुए जिस प्रकार से इन्होंने गरीबों और झारखंड वासियों के लिए कार्य किया|

इनके साथ ही वह एक बहुत ही बहादुर क्रांतिकारी नेता रह चुके थे|इसलिए भारत सरकार को यह घोषणा तुरंत करनी चाहिए|

शिबू सोरेन जी का झारखंड के लिए अभूतपूर्व योगदान रहा है|

इन्होंने ही झारखंड की नीव रखी थी|आज इसी के लिए पूरा झारखंड दिशुम गुरु के नाम से जाना जाता है|

इनके अविस्मरणीय कार्यों को हमेशा याद किया जाएगा|

Note: शिबू सोरेन के योगदान को सदैव याद रखा जाएगा| साथ ही झारखंड की आत्मा में गुरु जी की छवि हमेशा अमर रहेगी|

इसके अलावा सबसे महत्वपूर्ण बात देश ने एक जननेता को खो दिया| परंतु इनके योगदानों को हमेशा याद रखा जाएगा| 

Read also:Flax seeds benefits in Hindihttps://imhoro.com/flax-seeds-benefits-in-hindi/

Facebook:Imhoro communityhttps://www.facebook.com/profile.php?id=61575370258519

written by Suraj Horo

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments